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राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने भारत में यूट्यूब के सरकारी मामलों और सार्वजनिक नीति प्रमुख मीरा चैट को पत्र लिखकर उन्हें यूट्यूब पर चल रही ऐसी सभी चुनौतियों की सूची के साथ 15 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से उनके सामने पेश होने के लिए कहा है, जिसमें मां और बच्चों से जुड़े संभावित अशोभनीय कंटेंट को दिखाया गया है। इसके अलावा यूट्यूब से नाबालिगों से जुड़े ऐसे कंटेंट शेयर करने वाले चैनल की लिस्ट भी मांगी गई है।
दरअसल पिछले दिनों मां और बेटे का एक आपत्तिजनक वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया था जो कि बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एनसीपीसीआर ने यूट्यूब से इस तरह कंटेंट को हटाने और मॉनिटर करने को कहा है।
एनसीपीसीआर का मानना है कि इस तरह के कंटेंट से समाज में गलत संदेश जाता है और बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है।