पढ़ा हुआ याद नहीं रहता, याददाश्त को कैसे बढ़ाए… इस तरह के सवाल सीबीएसई की टेली हेल्पलाइन पर छात्रों की ओर से पूछे जा रहे हैं। विशेषज्ञ छात्रों और अभिभावकों को उचित सुझाव दे रहे हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। ऐसे में परीक्षा को लेकर बोर्ड के छात्रों को तनाव मुक्त रखने के लिए सीबीएसई की ओर से परामर्श दिया जाने लगा है। शनिवार से शुरू हुई सीबीएसई की टेली हेल्पलाइन पर छात्रों के साथ उनके अभिभावकों ने भी सवाल किए। छात्रों और अभिभावकों के सवाल के जवाब न्यूरो साइकोलॉजिस्ट डॉ. सोना कौशल गुप्ता ने दिए। पेश है सवाल-जवाब के कुछ अंश।
जवाब : याददाश्त बढ़ाने या याद रखने के लिए कोई दवा नहीं आती। पढ़ा हुआ याद रखने के लिए सबसे बेहतर तरीका है समझ कर पढ़ा जाए और नया कोई भी विषय पढ़ने का अब समय नहीं है। पूरी तरह से सकारात्मक रहें।
सवाल : घंटों पढ़ने के बाद भी आत्मविश्वास नहीं बढ़ रहा है, इसके लिए क्या करना होगा?
जवाब : आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर योजना बनानी होगी। इसके साथ टाइम टेबल बनाकर उसके अनुसार ही पढ़ाई करनी होगी। इसके लिए आप अपने शिक्षकों की भी मदद ले सकते हैं।
सवाल : पढ़ाई के दौरान कई तरह के विचार आते हैं, उनसे कैसे बचा जा सकता है?
जवाब : जब ध्यान केंद्रित नहीं रहता तो इस तरह की परेशानी आती है। इससे बचने के लिए सबसे पहले यह ध्यान रखना होगा कि इस समय पढ़ाई ही महत्वपूर्ण है। गैजेट्स से दूरी बनानी होगी।
सवाल : मेरे पढ़ने के स्टाइल को अभिभावक गलत बताते हैं, पढ़ने के स्टाइल को बदला चाहिए क्या?
जवाब : बोर्ड परीक्षा के लिए कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों के लिए घर में पढ़ाई का माहौल तैयार करें। पढ़ाई के साथ उनके खान-पान के साथ उनके सोने और आराम करने पर ध्यान देना होगा और रोक-टोक कम करनी होगी।
सवाल : पढ़ते समय नींद बहुत आती है, ऐसे में क्या किया जाए?
जवाब : पढ़ने के साथ अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। अब सिर्फ रिवीजन का समय बचा है। नए विषय पढ़ने का समय नहीं है, बेहतर होगा जो पहले पढ़ा है, उसका रिवीजन किया जाए।