उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने जहां हरियाणा के फरीदाबाद से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है तो वहीं रुद्रप्रयाग पुलिस ने हत्थे भी दो लोग चढ़े है, जो केदारनाथ हेली सेवा टिकटों की कालाबाजारी कर रहे थे.
साइबर ठग आए उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ: उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि दोनों आरोपी सोशल मीडिया के जरिए लोगों को इंश्योरेंस पॉलिसी में अधिक मुनाफे का लालच देते थे. इसी तरह जो लोग इनके झांसे में आ जाते थे, उन्हें ये लोग अपने जाल में फंसाकर ठगी किया करते थे. उत्तराखंड में एक व्यक्ति के साथ इस गिरोह ने ऐसा ही किया था और उससे करीब 39 लाख रुपए ठग लिए थे. पीड़ित ने इस मामले में पुलिस को शिकायत की थी.
देहरादून निवासी पीड़ित ने अप्रैल 2025 में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में पीड़ित ने पुलिस को बताया कि अगस्त 2024 में उसके पास इंश्योरेंस पॉलिसी को लेकर कॉल आया था. कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को आरबीआई से बताया था. साथ ही उस व्यक्ति ने पीड़ित को अलग-अलग पॉलिसी के बारे में जानकारी और उनमें निवेश करने की सलाह दी. पीड़ित भी आरोपियों की बातों में आ गया और आरोपियों बताए गए प्लेटफार्म पर निवेश करने लगा.
आरोप है कि जब पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आरोपी पीड़ित से करीब 39 लाख रुपए ठग चुके थे. इसके बाद पीड़ित की पत्नी ने पुलिस को मामले का शिकायत की. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की और उन खातों की जानकारी एकत्र कराई, जिसमें पीड़ित ने रुपए ट्रांसफर किए थे. इसी तरह एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ सबूत एकत्र किए और इस गिरोह के मास्टरमाइंड आरोपी अंकित शर्मा निवासी फरीदाबाद, हरियाणा और दलीप निवासी फरीदाबाद तक पहुंची, जिन्हें पुलिस ने फरीदाबाद हरियाणा से ही गिरफ्तार किया है.
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपी साइबर अपराध के लिए जिस बैंक खातों का प्रयोग करते थे, उसमें कुछ महीने में ही लाखो रुपयों का लेन-देन सामने आया है, जिसके सम्बन्ध में जानकारी के लिए अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है.

शिकायतकर्ता हिमांशु राय अग्रवाल निवासी भोपाल (मध्य प्रदेश) ने थाना गुप्तकाशी में शिकायत दी कि उन्होंने अपनी पत्नी के साथ केदारनाथ धाम यात्रा का प्लान बनाया और उनके किसी परिचित के माध्यम से श्रीनगर गढ़वाल निवासी व्यक्तियों से सम्पर्क हुआ, जिन्होंने उन्हें प्रति व्यक्ति टिकट का 25 हजार बताकर कुल 50 हजार लिए.
आरोप है कि उन्हें दूसरे के नाम का फर्जी आधार कार्ड, जिसमें इनके फोटो लगे थे और टिकट दिलाते हुए इसी टिकट और आधार कार्ड के विवरण से यात्रा करने के लिए बताया गया. शिकायतकर्ता के साथ हुई कालाबाजारी, बेईमानी, जालसाजी संबंधी तथ्यों के आधार पर बीते 18 मई को थाना गुप्तकाशी में मुकदमा दर्ज किया गया.
जांच के दौरान पुलिस ने सुरागरसी-पतारसी, सर्विलांस की मदद से हेली टिकट ठगी के गिरोह के दो सदस्यों वासुदेव कालरा पुत्र स्वर्गीय प्रहलाद राम कालरा निवासी कंस मर्दानी मार्ग श्रीनगर गढ़वाल और अमित नौटियाल पुत्र हर्षवर्द्धन नौटियाल निवासी नियर वेटनरी हास्पिटल श्रीकोट गंगनाली जनपद पौड़ी गढ़वाल को गिरफ्तार किया.